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    बुढ़ापे में PF से कितनी मिलेगी पेंशन? इस फॉर्मूले से खुद करें कैलकुलेट

    Naresh SainiBy Naresh SainiApril 21, 2025Updated:April 30, 2025No Comments3 Mins Read
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    बुढ़ापे में PF से कितनी मिलेगी पेंशन? इस फॉर्मूले से खुद करें कैलकुलेट
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    भारत में कामकाजी जीवन के दौरान भविष्य की सुरक्षा के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक महत्वपूर्ण योजना है। EPF के अंतर्गत, कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के माध्यम से सेवानिवृत्ति के बाद मासिक पेंशन की सुविधा मिलती है। लेकिन कई लोग यह नहीं जानते कि इस पेंशन की गणना कैसे होती है और उन्हें कितनी राशि मिलेगी। इस लेख में, हम EPS पेंशन की गणना के फॉर्मूले, पात्रता, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।​

    EPS पेंशन क्या है?

    EPS, यानी कर्मचारी पेंशन योजना, EPFO द्वारा 1995 में शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों को मासिक पेंशन प्रदान करना है। EPS के तहत, कर्मचारी की मासिक पेंशन उसकी सेवा अवधि और पेंशन योग्य वेतन पर आधारित होती है।​

    EPS पेंशन की पात्रता

    EPS पेंशन प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होती हैं:

    • न्यूनतम सेवा अवधि: कर्मचारी को कम से कम 10 वर्षों तक EPF योजना में योगदान देना चाहिए।
    • सेवानिवृत्ति की आयु: पेंशन प्राप्त करने के लिए न्यूनतम आयु 58 वर्ष है।​
    • अग्रिम पेंशन: यदि कोई कर्मचारी 50 वर्ष की आयु के बाद सेवानिवृत्त होता है, तो वह अग्रिम पेंशन का विकल्प चुन सकता है, लेकिन इसमें 4% प्रति वर्ष की कटौती होती है।​

    EPS पेंशन की गणना का फॉर्मूला

    EPS पेंशन की गणना के लिए निम्नलिखित फॉर्मूला का उपयोग किया जाता है: ​

    ​मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य वेतन × सेवा अवधि) / 70

    यहां:

    • पेंशन योग्य वेतन: सेवानिवृत्ति से पहले के अंतिम 60 महीनों का औसत वेतन।​
    • सेवा अवधि: कर्मचारी द्वारा EPF योजना में बिताए गए कुल वर्ष। यदि सेवा अवधि 6 महीने से अधिक है, तो उसे अगले पूर्ण वर्ष के रूप में गिना जाता है।​

    EPS पेंशन की गणना का उदाहरण

    मान लीजिए, एक कर्मचारी ने 20 वर्षों तक सेवा की है और सेवानिवृत्ति से पहले के अंतिम 60 महीनों का औसत वेतन ₹15,000 है।​

    ​मासिक पेंशन = (₹15,000 × 20) / 70 = 4,285.71 रुपये

    इस प्रकार, कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद 4,285.71 रुपये की मासिक पेंशन प्राप्त होगी।​

    EPS पेंशन कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें?

    EPFO ने एक ऑनलाइन पेंशन कैलकुलेटर प्रदान किया है, जिससे आप अपनी अनुमानित पेंशन राशि की गणना कर सकते हैं। इस कैलकुलेटर का उपयोग करने के लिए, आपको अपनी सेवा अवधि और अंतिम 60 महीनों के औसत वेतन की जानकारी दर्ज करनी होगी।​

    EPS पेंशन के लिए महत्वपूर्ण बिंदु

    • न्यूनतम पेंशन राशि: सरकार ने EPS के तहत न्यूनतम पेंशन राशि ₹1,000 निर्धारित की है।​
    • अग्रिम पेंशन: 50 वर्ष की आयु के बाद अग्रिम पेंशन का विकल्प उपलब्ध है, लेकिन इसमें 4% प्रति वर्ष की कटौती होती है।​
    • सेवा अवधि की गणना: यदि सेवा अवधि 6 महीने से अधिक है, तो उसे अगले पूर्ण वर्ष के रूप में गिना जाता है।​

    EPS पेंशन और EPF के बीच अंतर

    विशेषताEPS (पेंशन योजना)EPF (भविष्य निधि)
    उद्देश्यसेवानिवृत्ति के बाद मासिक पेंशनसेवानिवृत्ति के बाद एकमुश्त राशि
    योगदाननियोक्ता द्वारा 8.33%कर्मचारी और नियोक्ता दोनों द्वारा 12%
    निकासी58 वर्ष की आयु के बादसेवा समाप्ति के बाद कभी भी

    EPS पेंशन के लाभ

    • आजीवन पेंशन: सेवानिवृत्ति के बाद आजीवन मासिक पेंशन की सुविधा।​
    • परिवारिक पेंशन: कर्मचारी की मृत्यु के बाद, उसके परिवार को पेंशन का लाभ मिलता है।​
    • सरकारी सुरक्षा: सरकार द्वारा समर्थित योजना, जिससे पेंशन की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।​

    निष्कर्ष

    EPS पेंशन योजना सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। इस योजना के तहत पेंशन की गणना सेवा अवधि और पेंशन योग्य वेतन पर आधारित होती है। उपरोक्त फॉर्मूले और कैलकुलेटर की सहायता से आप अपनी अनुमानित पेंशन राशि की गणना कर सकते हैं। यह योजना आपके बुढ़ापे को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती है।​

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    Naresh Saini

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